मेहनत सबसे अच्छा गुण है, आलस बहुत बड़ा दुर्गुण है
मेहनत सबसे अच्छा गुण है,
आलस बहुत बड़ा दुर्गुण है।
दुर्गुण को अपनाना भी तो,
सबसे बड़ा बना अवगुण है।।
जीवन हर पल रूप बदलता,
नहीं एकसा रहता है ।
कभी नदी तूफानी बनता ,
कभी शांत हो बहता है।।
जो नवजात शिशु लगता था,
हो जाता वह सहज तरुण है।
मेहनत सबसे अच्छा गुण है,
आलस बहुत बड़ा दुर्गुण है ।।
तजकर आलस आगे बढ़ना,
मत करना राही मनमानी।
सरल सदा बनती है श्रम से,
इस जीवन की जटिल कहानी।
सुख आता है पल दो पल को,
फिर हो जाती कथा करुण है।
मेहनत सबसे अच्छा गुण है,
आलस बहुत बड़ा दुर्गुण है।
प्रीति चौधरी"मनोरमा"
जनपद बुलंदशहर
उत्तरप्रदेश
Shashank मणि Yadava 'सनम'
10-Sep-2023 08:59 PM
बेहतरीन अभिव्यक्ति और खूबसूरत भाव
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Varsha_Upadhyay
22-Jul-2023 07:18 PM
Nice
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